Monday, September 16, 2024
HomeUncategorizedअकेले दिल्ली मे पूरा भारत समाया हुआ है : जानते हैं कैसे?

अकेले दिल्ली मे पूरा भारत समाया हुआ है : जानते हैं कैसे?

हमारा देश भारत अपने विभिन्न संस्कृति , अलग – अलग भाषा , रंगबिरंगे खान पान, अलग – अलग धर्म, अलग – अलग जलवायु, लोगों की अलग -अलग वेशभूषा आदि के लिए सारे संसार में लोकप्रिय है।  दिल्ली एक ऐसा शहर है जिसमे भारत के अधिकतर राज्यों के लोग निवास करते है। दिल्ली वह शहर है जिसमें आपको लगभग हर धर्म के लोग मिलेंगे जो कि अलग – अलग जगहों से आकर दिल्ली में निवास करते है। दिल्ली ऐसा शहर है जो सभी को अपना बना लेता है। यहां पर रहने वाले लोगों को किसी भी अन्य व्यक्ति के जाती धर्म आदि से कोई वास्ता नहीं होता है। यहां पर कोई भी किसी भी अन्य व्यक्ति की जाती या धर्म को लेकर ताना  नही कसते हैं या उनके धर्म को लेकर मजाक नहीं बनाते हैं,यहां पर सब लोग मिलजुलकर रहते हैं। दिल्ली की तो खासियत इतनी है ज्यादा है की जिसका कोई अंत ही नही। दिल्ली के स्ट्रीट फूड खाने के बाद तो दिल्ली को नजरंदाज नहीं कर सकता  कोई । जो भी यहां के स्ट्रीट फूड खाता है यहां का दीवाना बन जाता है। दिल्ली में जो भी आता है वो दिल्ली का दीवाना बन जाता है।

दिल्ली का इतिहास भी बहुत पुराना है। ऐसा कहा जाता है की दिल्ली सात बार उजड़ी है और सात बार बसाई गई है। यहां पर बहुत सारे हिंदू  शासकों ने शासन किया और बहुत से मुस्लिम राजाओं ने राज किया है। दिल्ली को तो पांडवों ने भी अपनी  राजधानी बनाई थी। क्या पता है की महाकाव्य महाभारत में जिस इंद्रप्रस्थ की चर्चा की गई है वो कहां स्थित है? वो इंद्रप्रस्थ भी दिल्ली के पास ही बसा हुआ है।

आपको तो पता ही होगा की अतीत भारत में अंग्रेजों के शासन काल में भारत की राजधानी कलकत्ता हुआ करती थी। लेकिन सन् 1911 की  शुरुआत में अंग्रेजों ने भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की थी , जिसके बाद 1912 में अंग्रेजों ने दिल्ली को भारत की राजधानी बना दी।  आप तो यह जानते ही होंगे की दिल्ली भारत की राजधानी होने के साथ साथ एक केंद्र शासित प्रदेश भी है। 

क्या आप जानते हैं की दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश कब बनाया गया था? दिल्ली को 1नवंबर 1956 को भारत को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। दिल्ली भारत का एक ऐसा शहर है जहां से पूरे भारत पर शासन किया जाता है।  दिल्ली में ही तो देश का सबसे बड़ा अस्पताल एम्स है जहां हर तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है।यहां एतिहासिक इमारतों के साथ- साथ राजनैतिक भवन भी है , जैसे –  एतिहासिक इमारतें :- लालकिला , इंडियागेट, कुतुबमीनार, हुमायु का मकबरा, जंतर- मंतर, आदि बहुत सारी इमारतें हैं,
राजनैतिक भवन : राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, आदि ।

हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर हमारे देश के प्रधानमंत्री द्वारा लालकिले पर झंडा फहराया जाता है व 15 अगस्त पर और 26जनवरी पर देश का हर राज्य अपना अपना प्रदर्शन झांकियों के द्वारा दिखाते है इन झांकियों में वे अपने सांस्कृति, सैन्य ताकत आदि का प्रदर्शन करता है।
क्या आपको पता है की दुनिया का एकमात्र बाह्य मंदिर कहां है? दुनिया का एक मात्र बाह्य मंदिर कमल मंदिर दिल्ली में ही है,  यही नहीं दिल्ली मेट्रो देश का प्रथम आधुनिक परिवहन प्रणाली है जिसकी लंबाई 193 किलोमीटर से अधिक है जिसके कारण यह पूरी दुनियां के मेट्रो की लंबाई में 13वें स्थान पर ता है। यही नहीं एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाजार भी दिल्ली के खारीवाबली में ही है, एशिया का सबसे बड़ा आईटी मार्केट भी दिल्ली मैं ही नेहरू प्लेस के नाम से जाना जाता है, दिल्ली का इंद्रागांधी एयरपोर्ट जो घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय नागरिक हवाई यातायात का प्रमुख द्वार है जो दक्षिण एशिया का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। दिल्ली में सीएनजी से चलने वाली वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण दिल्ली को क्वीन सिटी के नाम से भी जाना जाता है।

टोक्यो के बाद दिल्ली ही दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है जहां 25 मिलियन जनसंख्या निवास करती है। 2015 की जनगणना के  अनुसार दिल्ली में लगभग 2 करोड़ आबादी निवास करती है। दिल्ली सिर्फ भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। विदेशों से लगभग हर साल लाखों की संख्या में लोग यहां घूमने आते हैं।  पूरी दुनिया  में दिल्ली पूरे भारत का बहुत अच्छा प्रदर्शन करता है जिससे दुनिया के बड़े से बड़े  व ताकतवर नेता  यहां आते है। सचमुच दिल्ली ने पुरे भारत को अपने अंदर समेट हुए है। शायद इसलिए ही कहा जाता है की ईस्ट और वेस्ट दिल्ली इस द बेस्ट।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

यह भी पढ़ें

आपकी टिप्पणी