हमारा देश भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जहां पर बड़ी संख्या में जनता द्वारा प्रतिनिधि चुने जाते हैं, जो पूरे देश पर शासन करते हैं व शासन व्यवस्था बनाए रखते हैं। हमारे देश में दो सदन है एक लोक सभा दूसरा राज्यसभा और इनका अध्यक्ष राष्ट्रपति को माना जाता है। हमारे देश में बहुत से राजनीतिक दल है जैसे कि जैसे कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी आदि आदि बहुत से राजनीतिक दल है। इन राजनीतिक दलों के कुछ ऐसे नेता है जिनकी गिनती अमीरों में होती है। जिनकी नेटवर्थ अर्थात निवल महत्व करोड़ों में है। यहां पर आप हमारे देश के कुछ अमीर राजनेताओं के विषय में जानेंगे।
यह मध्य प्रदेश के राजनेता हैं। इन्होंने मध्य प्रदेश की राजनीति में अपना बहुत नाम बनाया हुआ है और अच्छी खासी छाप छोड़ी है। पहले यह कांग्रेस पार्टी के जाने-माने सदस्य हुआ करते थे परंतु वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं।अब इनका कांग्रेस पार्टी से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। पिछले वर्ष में इन्होंने नागर विमानन मंत्रालय के मंत्री के रूप में कार्य किया था। यह अपने राजनीतिक आजीविका में लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य रह चुके हैं। राजनीति से इनका संबंध बहुत पुराना है क्योंकि या ग्वालियर के रजवाड़े खानदान से ताल्लुक रखते हैं, जिस कारण इनके पास दौलत और शोहरत की कोई कमी नहीं है। इनका नेटवर्थ 25 करोड़ से भी अधिक है। ऐसा कहा जाता है कि यह उप सरकारी नेताओं में से एक है।
कर्नाटक के विजय नगर के चुनाव क्षेत्र से एमएलए हैं। यह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। पिछले वर्ष इन्होंने पर्यटन, पारिस्थितिक और पर्यावरण मंत्री के रूप में कार्य किया था इनका राजनीतिक सफर बहुत बढ़िया रहा है। इन्होंने एक नहीं बल्कि कई बार चुनाव में जीत हासिल की है कर्नाटक की राजनीति में इन्होंने अपनी जगह बनाई है। सत्ता के साथ-साथ इनके पास पैसों की भी कोई कमी नहीं है। क्योंकि माइनिंग कंपनी में इनके अच्छे खासे स्टेक्स है। इनकी कुल संपत्ति 900 करोड़ के आसपास है।
यह नाम मीडिया और टेलीविजन के क्षेत्र में बहुत ही जाना माना है। यह नाम सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि एक ब्रांड भी है। इनको तो आपने देखा ही होगा लेकिन क्या आपने कभी इनकी शक्तियों और प्रभाव का अंदाजा लगाया है। यह ज़ी.टीवी के संस्थापक होने के साथ-साथ एस्सेल समूह के मालिक भी हैं। साथ ही यह जी.टीवी के अध्यक्ष भी हैं। बिजनेस छेत्र में यह बहुत लोकप्रिय माने जाते हैं। यह राजनीति से भी जुड़े हुए हैं और 2016 में हरियाणा के राज्यसभा सदस्य भी चुने गए थे। यह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। इनका निवल महत्व 2.5 बिलीयन डॉलर के बराबर है।
यह कांग्रेस पार्टी की सदस्य हैं इनके पास इतना धन है कि यह चाहे तो पल में बहुत सारे बिजनेस को खरीद सकते हैं। 65 वर्षीय सावित्री जिंदल वास्तव में जिंदल ग्रुप के संस्थापक ओमप्रकाश जिंदल की पत्नी है इनके पति की 2005 में हेलीकॉप्टर के क्रैश होने से मृत्यु हो गई थी। अपने पति की मृत्यु के बाद यह राजनीति से जुड़ गई और कांग्रेस पार्टी के सदस्य बन गई।पहले ही विधानसभा के चुनाव में जीत कर इन्होंने अपने आपको राजनीति में स्थापित कर लिया। जिंदल ग्रुप की मालकिन होने से इनके पास किसी चीज की कोई कमी नहीं है फोल्डिंग स्टील, पावर, सीमेंट और आधारभूत संरचना के बिजनेस को भी इन्होंने अपनी सूझबूझ से अच्छी तरह से संभाला हुआ है। राजनीति और बिजनेस पर अच्छी पकड़ रखते हुए इन्होंने अपने आपको बुलंदियों पर पहुंचाया है।आज इनका निवल महत्व 1970 करोड़ यूएसडी डॉलर के बराबर है इनकी गिनती देश के सबसे अमीर महिलाओं में की जाती है।
यह सावित्री जिंदल के छोटे बेटे हैं और जिंदल स्टील और पावर लिमिटेड के अध्यक्ष होने के नाते यह एक सफल उद्योगपति माने जाते हैं साथ ही साथ यह एक नेता व भूतपूर्व सांसद भी रह चुके हैं। इन्होंने कारोबार के साथ-साथ राजनीति क्षेत्र में भी कार्य किया है।यह कांग्रेस पार्टी के नेता हैं।हरियाणा के कुरुक्षेत्र से इन्होंने 14वा और 15वीं लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ा था, जिसमें इनको जीत भी हासिल हुई थी। आज भले ही राजनीति में सक्रिय नहीं है परंतु इनके पास सुविधा और धन की बिलकुल कमी नहीं है। इनके निवल महत्व के आंकड़े 4570 मिलियन यूएसडी डॉलर के आसपास हैं।