मीलो तक फैला हुआ घास का मैदान, इन्हीं मैदानों में बड़े-बड़े आसमान छूते पेड़ और इस जगह के विभिन्न प्रकार के जीव जंतु जो इस जंगल के हर कदम पर खतरा समेटे हुए हैं। यह कोई और जगह नहीं पृथ्वी का सबसे बड़ा जंगल है।
जी हां अमेजन वर्षावन जिसे वैज्ञानिकों द्वारा पड़ा नाम ‘ पृथ्वी का फेफड़ा’ कहा जाता है। यह वर्षावन पृथ्वी पर 20% ऑक्सीजन का उत्पादन करता है। यहां पर बहुत से ऐसे रहस्य भी हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। यहां आप ऐसे कुछ विषयों की जानकारी प्राप्त करेंगे।
यह वर्षावन अतीत के समय में पृथ्वी पर पेड़ पौधों के राज को दर्शाता है। एक शोध से यह जानकारी मिलती है कि इस जंगल में 16,000 से अधिक वृक्षों की प्रजाति पाई जाती है। इसके अलावा यहां 3000 से अधिक मछलियों की प्रजाति पाई जाती है। यहां पर 3,500से अधिक मकड़ियों की प्रजाति देखने को मिलती है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहां पर 70,000 से अधिक कीडो की प्रजातियां पाई जाती है। इससे आप यह कल्पना तो कर ही सकते हैं की कैसे यह जंगल हजारों, लाखों नहीं बल्कि करोड़ों जीव-जंतु का आवास स्थान है। यह जंगल दिखने में बहुत ही खूबसूरत और शांत नजर आता है परंतु वास्तव में यह जंगल बहुत ही खतरनाक और डरावना जंगल है। यहां पर खूंखार से खूंखार और जहरीले से जहरीले जीव जंतु पाए जाते हैं। जिनके पकड़ में अगर कोई आ जाता है तो उसका बचना नामुमकिन हो जाता है।
अमेजन की कुल लंबाई 6.575 किलोमीटर मानी जाती है। पर कभी-कभी जब इन क्षेत्रों में जब वर्षा अधिक होती है, तब इस नदी की लंबाई दुनिया की सबसे लंबी नदी नील नदी से भी ज्यादा हो जाती है। यह नदी सिर्फ अमेजन के जलीय जीवों के लिए ही नही बल्कि इस नदी के आसपास के लाखों जीवों के लिए आवास का क्षेत्र माना जाता है।
यह चींटी इतनी जहरीली होती है कि अगर यह किसी इंसान को काट ले तो, उस इंसान को असहनीय पीड़ा होती है और वह दर्द 24 घंटों तक उस इंसान को एक समान मात्रा में होता ही रहता है। ऐसा कहा जाता है कि इस चींटी का डंक एक गोली लगने के समान होता है। जिसके कारण इसे बुलेट एंट भी कहा जाता है। यह चींटी अमेज़न जंगल में बहुत बड़ी तादाद में पाई जाती है। यहां के स्थानीय लोग या कोई पर्यटक या शोधकर्ता यहां जाते है, तो इन चिटियों से दूर ही रेहते हैं।
120 प्रजातियों में से एक सुनहरे रंग का मेंढक दिखने में तो बहुत ही आकर्षक होता है, परंतु बहुत ही खतरनाक और जहरीला होता है। इस एक मेंढक में लगभग 10 लोगों को मारने जितना जहर पाया जाता है। यह रंग बिरंगी चमड़ी वाला होता है और वर्षा के दिनों में सबसे ज्यादा दिखाई देता है। जब यहां के स्थानीय लोग या पर्यटक जंगल में जाते हैं तो इसे देखते ही इसे बहुत दूर हो जाते हैं, क्योंकि इसमें जहर की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है।
परंतु वास्तव में यह इतना बड़ा नहीं होता है, जितना फिल्मों में दिखाया जाता है। यह सांप अमेज़न वर्षा वन में पाया जाता है और इसकी लंबाई ज्यादा से ज्यादा 20 से 25 फीट ही होती है। यह सांप मुख्यतः छोटे – बड़े जानवरों को निकल कर ही खा लेता है। यह ज्यादातर यहां के जलीय और दलदलिय क्षेत्रों में ही पाया जाता है। यह मुख्यतः उष्णकटिबंधीय साउथ अफ्रीका क्षेत्र में पाया जाता है।
यह ईगल बहुत ही चतुर पंछी है, क्योंकि यह एक उष्णकटिबंधीय प्रजाति है। इसका वजन 4.5 किलोग्राम तक का होता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली ईगल माना जाता है। इसके पैरों के नाखून लगभग 4.5 इंच तक लंबे होते हैं। यह इतना खतरनाक होता है कि अगर कोई व्यक्ति इसे देख ले तो उसके होश ही उड़ जाते हैं।इसके सिर पर बहुत सारे फर लगे होते हैं, जिससे यह दूसरे गिद्दों से बहुत अलग नजर आता है। इसकी नजर बहुत ज्यादा पैनी होती है, इतनी ज्यादा पैनी की डेढ़ किलोमीटर दूर से ही अपने शिकार पर पैनी नजर टिकाए रखता है और उसका शिकार करता है।
यहां की एक गर्म पानी की नदी है। जिसका पानी हमेशा 70°सेल्सियस से 100° सेल्सियस के तापमान पर खौलता रहता है। यहां की स्थानीय जनजातीय लोगों का मानना है की यह स्वर्ग का द्वार है। यहां की स्थानीय जनजातियों में से अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उसे जलाने या दफनाने की जगह इस नदी में ही बहा दिया जाता है।क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि यह नदी स्वर्ग का द्वार है।