पेपर लीक की समस्या का निदान करने के लिए सरकार सख्त से सख्त कानून बनाने जा रही है। पेपर लीक धांधली और सॉल्वर गैंग में शमिल लोगों के खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्यवाही का प्रावधान बना रही है। पेपर लीक करने वाले लोगों के खिलाफ अब जुर्माना भरने, जेल की सजा काटने के साथ साथ अब बुल्डोजर चलाने जैसी भी कार्यवाही की जाएगी।
आजकल पेपर लीक की समस्या तेज़ी से बढ़ती जा रही है। आए दिन यह खबर हमें सुनने को मिलती है कि पेपर लीक हो गया है। ऐसे में मेहनत करके एग्जाम देने वाले बच्चे हताश और निराश हो जाते हैं, क्योंकि यह खबर आने के बाद एग्जाम का रिजल्ट नही आता है जिससे बच्चों की उम्मीदें टूट जाती है। इससे हमारे देश विकास भी रुक जाता है क्योंकि समय समय पर परीक्षाएं इसलिए कराई जाती है ताकि देश के रिक्त पदों पर नियुक्ति कर उसे भरा जाए। परंतु पेपर लीक के धांधली हमारे देश में एक दीमक की तरह बन गया है जो हमारे देश के विकास में रुकावट तो है ही साथ ही यह उन गलत विद्यार्थियों और मुजरिमों को भी बढ़ावा देता है जो धोखे से पास होते है और शिक्षा व परीक्षा को एक व्यापार समझते हैं।
पेपर काउंटिंग की नई नीति
सरकार से पेपर काउंटिंग को रोकने के लिए नई नीति बनाने का ऐलान किया है। नई नीति के अंतर्गत हर शिफ्ट में 2 या उससे ज्यादा पेपर सेट होने चाहिए। हर सेट के प्रश्नपत्रों की प्रिंटिंग अगल-अलग एजेंसियों से कराई जाएगी और पेपर कोडिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। चयनित परीक्षा केंद्रों के लिए केवल राजकीय माध्यमिक, डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलिटेक्निक कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, क्लीन ट्रैक रिकॉर्ड वाले पॉपुलर इंस्टीट्यूट को ही चुना जाएगा।
परीक्षा में दाखिले कराएंगी ये चार एजेंसियां
यह सभी परीक्षा केंद्र वहीं चुने जाएंगे जहां सीसीटीवी कैमरे की सुविधा होंगी। अब परीक्षा में दाखिले की जिम्मेदारी इन चार एजेंसियों के कंधों पर होगी। इतना ही नही अब परीक्षा देने वाले बच्चों को भी परीक्षा देने के लिए भी अपने होम सर्किल से भी बाहर जन पड़ेगा। केवल दिव्यगों और महिलाओं पर यह प्रावधान लागू नही होगा। अगर किसी परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या 4 लाख से अधिक होगी तो परीक्षा 2 चरणों में कराई जाएगी।
पीसीएस की परीक्षा अब एक ही पाली में कराई जाएगी और इसके अलावा रिजल्ट बनाने में धांधली को भी रोकने के लिए आयोग और बोर्ड में ही ओएमआर शीट की स्कैनिंग कराई जाएगी। अब प्रश्न में भी एक सीक्रेट कोड भी होगा। अब से प्रश्न पत्रों में भी एक क्यूआर कोड होगा, बार कोड, यूनिक सीरियल नम्बर और यूनीक सीक्रेट सिक्योरिटी साइन भी लगाना होगा ताकी आवश्यकता पड़ने पर उसकी सीरीज की जानकारी हासिल की जा सके।
प्रिंटिंग प्रेस के लिए भी नई नीति
अब से प्रिंटिंग प्रेस से परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्रों को लाने ले जाने के लिए बक्सों में मल्टी लेवल पैकेजिंग की जाएगी साथ ही प्रसन्न पत्रों को सेट करने के लिए भी पर्याप्त समय दिया जाएगा। प्रसन्नपत्र छापने वाली एजेंसियों का परीक्षा नियंत्रक द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। प्रश्न पत्रों को प्रिंट करने वाली प्रिंटिंग प्रेस के चयन की गोपनीयता का पूरा पूरा ध्यान रखा जाएगा। प्रिटिंग प्रेस में आने जाने वाले लोगों की निगरानी के लिए उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। सभी के पास उनका पहचानपत्र होना अनिवार्य होगा। प्रिटिंग प्रेस में बहती लोगों का प्रवेश निषेध होगा। प्रिटिंग प्रेस में किसी भी प्रकार के स्मार्ट फोन व कैमरा ले जाने पर भी प्रतिबंध होगा। प्रेस के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा भी लगाए जाएंगे और उनकी फुटेज रिकॉर्डिंग को एक वर्ष तक सुरक्षित भी रखा जाएगा।