मक्का मदीना के हज यात्रा के लिए गए हज यात्रियों का गर्मी से बहुत हालत खराब है क्योंकि सऊदी के मक्का शहर में भीषण गर्मी पड़ रही है। अब तक इस भीषण गर्मी से कुल 1300 हज यात्री अपनी जान गवां चुके हैं। जिसमें से बड़ी संख्या में भारतीय हज यात्री भी शामिल हैं, जो अभी कुछ दिनों पहले ही हज यात्रा के लिए रवाना हुए थे।
1301 हज यात्रियों की मौत
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री फहद अल-जलालेल ने रविवार को बताया कि इस साल हज यात्रा के दौरान अब तक कुल 1301 हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। सरकारी दूरभाष ने सरकार और मंत्री की तरफ से कहा कि ‘पर्याप्त आराम और आश्रय के बिना सीधी धूप में लंबी दूरी तय करने’ के करण हज यात्रियों की मौत हुई।
अल्लाह को प्यारे होने वाले हज यात्रियों में से अधिकतर लोग बुजुर्ग थे और कुछ लोग बीमार भी थे। उन्होंने यह कहा कि 83% मौतें उनकी हुई है जो स्वास्थ्य रूप से सक्षम नही थे। मक्का में इस साल गर्मी का पारा 50° से पार है और यह हज यात्रियों के लिए एक आफत है।
1301 हज यात्रियों में से 98 भारतीय
शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुऐ बताया कि इस साल हज के दौरान भारत के 98 लोग अपनी जन गवां चुके हैं और विदेश मंत्रालय ने इनकी मौत का कारण ज्यादा उम्र और बीमारी बताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हर वर्ष लाखों भारतीय हज यात्री हज यात्रा के लिए जाते है। इस साल भी लगभग 1 लाख 75 हजार लोग भी हज यात्रा के लिए साउदी अरब पहुंचे हैं जिसमें से 98 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल यही आंकड़ा 187 था, पिछले साल 187 हज यात्रियों की मौत हुई थी।
क्यों जरूरी होता है हज करना
इस्लाम धर्म में 5 मुख्य स्तंभ होते हैं जिसमें से एक हज को भी माना जाता है। ऐसा माना जाता है की जो लोग वित्तीय और शारीरिक रूप से सक्षम होते है उनके लिए जीवन में एक बार हज यात्रा करना आवश्यक है। क्योंकि इस्लाम धर्म के लोगों का मानना है कि हज यात्रा करने से इंसान के सारे पाप धुल जाते है और वह पवित्र होकर मक्का लौटता है।