भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बताया है कि गगनयान कार्यक्रम के लिए सब कुछ ठीक चल रहा है। बेंगलुरु में आकाशवाणी समाचार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनौतियों से भरा एक कठिन सफर है, जिसके लिए एक स्वतंत्र समिति द्वारा मानव अंतरिक्ष मिशन की जांच की आवश्यकता है। गगनयान मिशन में तीन सदस्यों के दल को तीन दिवसीय मिशन के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में लॉन्च करके और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है। इसरो के अध्यक्ष ने आकाशवाणी समाचार को बताया कि गगनयान मानव मिशन से पहले दो मानव रहित मिशन भेजे जाएंगे। इस तरह का पहला मानव रहित मिशन दिसंबर में शुरू करने की योजना है।
इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का डिज़ाइन तैयार है। इसे और बड़ा करने की ज़रूरत है। अंतरिक्ष स्टेशन को पाँच इकाइयों में विभाजित किया गया है। योजना है कि पहले दो इकाइयों को मौजूदा लॉन्च व्हीकल मार्क 3 से लॉन्च किया जाएगा। बाकी तीन इकाइयाँ बड़ी हैं और उन्हें नई पीढ़ी के लॉन्च व्हीकल की ज़रूरत होगी। इसरो की योजना इस अंतरिक्ष स्टेशन को 2028 तक तैयार करने की है।